Self Regulatory Body बनाने का आग्रह किया

आरबीआई गवर्नर ने फिनटेक कंपनियों से Self Regulatory Body बनाने का आग्रह किया

Self Regulatory Body स्थापित करने का आग्रह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 6 सितंबर को फिनटेक कंपनियों से किया।

आरबीआई ने FinTech कंपनियों और कर्ज देने वाले एप को चेतावनी दी है। रोज ब रोज उग रहे ऐप और उनकी अत्यधिक  ब्याज वसूली पर आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, हम ऐसे कंपनियों को दंडित करने या उनको दबाने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं। लेकिन यह जरूर चाहते हैं कि वे नियमों का पालन करें।

ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में उन्होंने कहा, केंद्रीय बैंक का इरादा यह सुनिश्चित करना है कि हर कोई नियम का पालन करे। उनका यह बयान हाल की उन घटनाओं के मद्देनजर आया है, जिसमें इन एप से उधारी लेने वाले कुछ लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। 

पिछले हफ्ते ही झारखंड में महिंद्रा फाइनेंस के वसूली एजेंटों ने एक गर्भवती महिला को कुचल कर मार दिया था। पिछले दो वर्षों में केंद्रीय बैंक ने अपने नियमों में कई तरह का बदलाव किया है, जिसमें कर्ज देने वाले एप को खुलासा करना होगा कि वे किस बैंक या एनबीएफसी के साथ जुड़े हैं। 

“डिजिटल काम काज की वाजग से कई बार, साइबर जोखिम और डेटा सुरक्षा संबंधी मुद्दों ने भी जन्म दिया है। उदाहरण के तौर पर, लोन बाँटने वाले ऐप्स बाजार मे तेजी से बढे है , जिनमें से कई की उत्पत्ति विदेशी न्यायालयों में हुई थी, ने डेटा गोपनीयता के उल्लंघन, अनैतिक व्यापार आचरण, अत्यधिक ब्याज दरों को लगाने और कठोर वसूली प्रथाओं के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा की हैं, ”आरबीआई गवर्नर ने कहा।

अगस्त 2022 में, आरबीआई ने धोखाधड़ी और गैरकानूनी गतिविधियों की बढ़ती संख्या पर नकेल कसने के लिए डिजिटल ऋण को विनियमित करने के लिए मानदंड जारी किए। 8 जून को, नियामक ने फिनटेक कंपनियों के लिए पहली हानि डिफ़ॉल्ट गारंटी (एफएलडीजी) प्रणाली को मंजूरी दे दी, जिसके द्वारा यदि कोई उधारकर्ता डिफ़ॉल्ट करता है तो वे आंशिक रूप से घाटे को कवर करेंगे। आरबीआई ने कर्ज चूक के लिए एफएलडीजी 5 प्रतिशत तय की। FinTech कम्पनीज पारदर्शिता और जवाबदेही से काम करें। अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करें जिम्मेदारी से निर्णय लें,” उन्होंने ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में अपने भाषण के दौरान कहा।

Self Regulatory Body के अंतर्गत आने वाली FinTech कंपनियां

self regulatory body

Paytm: पेटीएम विजय शेखर शर्मा इसके फाउंडर है। भारत में सबसे प्रसिद्ध फिनटेक कंपनियों में से एक है, जो डिजिटल भुगतान, मोबाइल वॉलेट और बीमा सहित कई प्रकार की वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है।

PhonePe: एक लोकप्रिय डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म है जो उपयोगकर्ताओं को मोबाइल ऐप के माध्यम से भुगतान करने, पैसे ट्रांसफर करने, बिलों का भुगतान करने और बहुत कुछ करने की अनुमति देता है।

RazorPay : रेज़रपे व्यवसायों के लिए API गेटवे प्रदान करता है, जिसमें भुगतान सेवाएं, भुगतान लिंक और अन्य फिनटेक टूल शामिल हैं।

पॉलिसीबाजार: पॉलिसीबाजार एक ऑनलाइन बीमा एग्रीगेटर है जो उपयोगकर्ताओं को जीवन, स्वास्थ्य और कार बीमा सहित बीमा पॉलिसियों की तुलना (comperison) करने और खरीदने में मदद करता है।

ज़ेरोधा: नितिन कामत फाउंडेड ज़ेरोधा भारत के सबसे बड़े स्टॉकब्रोकरों में से एक है, जो स्टॉक ट्रेडिंग और निवेश के लिए टेक्नोलॉजी अछे ढंग से इस्तमाल कर लोगो को एक मंच प्रदान करता है।

लेंडिंगकार्ट: लेंडिंगकार्ट एक डिजिटल ऋण देने वाला मंच है जो छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों को कार्यशील पूंजी ऋण और अन्य वित्तीय उत्पाद प्रदान करता है।

CRED: एक सदस्य-मात्र मंच है जो उपयोगकर्ताओं को समय पर क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान करने के लिए पुरस्कृत करता है। यह अपने सदस्यों को विभिन्न सुविधाएं और लाभ प्रदान करता है।

PayU: एक भुगतान गेटवे और ऑनलाइन भुगतान सेवा प्रदाता है जो व्यवसायों को विभिन्न चैनलों के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान स्वीकार करने में सक्षम बनाता है।

नियो: नियो उपयोगकर्ताओं को अपने वित्त को अधिक कुशलता से प्रबंधित करने में मदद करने के लिए डिजिटल बैंकिंग समाधान और कॉर्पोरेट व्यय प्रबंधन उपकरण प्रदान करता है।

MobiKwik:  एक मोबाइल वॉलेट और डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म है जो उपयोगकर्ताओं को पेमेंट करने, मोबाइल फोन रिचार्ज करने और बिलों का पेमेंट करने मे मदत करता है।

अपस्टॉक्स: इसे टाटा ग्रुप द्वारा संचालित किया जाता है। अपस्टॉक्स एक ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो निवेशकों को कमीशन-मुक्त इक्विटी और डेरिवेटिव ट्रेडिंग प्रदान करता है।

Leave a Reply