सैम ऑल्टमैन और Q* को लेकर एक चिंतन

सैम ऑल्टमैन और Q* (क्यू स्टार) 2024 मे कुछ बडा होगा!

सैम ऑल्टमैन के अचानक कंपनी से निकाल दिए जाने के बाद सैम के समर्थक भड़क उठे और धडा धड इस्तीफे देने लगे। माइक्रोसॉफ्ट कंपनीने ज्यादा वक़्त जाया न करते हुवे सैम ऑल्टमैन के लिए जाल बीछा दिया था। सैम को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी मे ग्रैंड वेलकम हो रहा था। लेकिन ओपन ai कंपनी ने आनन् फानन मे सैम ऑल्टमैन को फिर से बहाल कर दिया। यह नाटकीय घटनाक्रम बहुत कम वक़्त मे तेजी से घट रहा था।

ऑल्टमैन उस आचरण की आंतरिक जांच के लिए भी सहमत हुए जिसके कारण उन्हें बर्खास्त किया गया था। डी’एंजेलो, ओपनएआई के मुख्य वैज्ञानिक और सह-संस्थापक इल्या सुतस्केवर, जियोसिम सिस्टम्स के ताशा मैककौली और जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिक्योरिटी एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के निदेशक हेलेन टोनर, बोर्ड के पिछले सदस्यों में से थे।

स्थिति की जानकारी रखने वाले व्यक्तियों के अनुसार, कंपनी से बर्खास्तगी से पहले के महीनों में, वह दुनिया के कुछ सबसे बड़े निवेशकों से टाइग्रिस कोड नाम के एक नए चिप प्रोजेक्ट के लिए अरबों डॉलर हासिल करने के लिए दुनिया भर का दौरा कर रहे थे।

सैम ऑल्टमैन की वापसी की वजह Q* (Q स्टार) और इसकी खोज तो नहीं

यह सब के पीछे का सच क्या था? सैम ऑल्टमैन को फिर से क्यों वापस लाना पड़ा? इसके पीछे Q* (Q स्टार) इसकी खोज तो नहीं, जानने की कोशिश करते है।

Q* (Q स्टार) एक ai की दुनिया का नया अविष्कार है। इसे आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) भी कहते है। इसको लेकर कुछ भ्रान्तिया है कुछ डर भी है। एलोन मस्क ने भी इसे विनाशकारी प्रोजेक्ट बता कर इस से किनारा कर लिया था।

Q* AGI के मूल में क्वांटम टेक्नोलॉजी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का मेल दीखता है। क्वांटम सिद्धांत, जैसे कि सुपरपोज़िशन और जटिलता, शास्त्रीय गणना (mathematics) की बाधाओं को पार करते हैं, संज्ञानात्मक कौशल के एक नए युग में एक आकर्षक झलक पेश करते हैं। क्वांटम प्रोसेसिंग इकाइयाँ (क्यूपीयू) पारंपरिक कंप्यूटिंग की प्रकृति को चुनौती देते हुए, एक साथ कई परिभाषा गढ़ रहे है।

माइक्रोसॉफ्ट ने open ai कंपनी मे $10 billion इन्वेस्ट किया यानी कंपनी 49% की हिस्सेदारी खरीदी थी। इसलिए तो नहीं सैम को कंपनी मे दबोचने की कोशिश थी? ऐसे बहोत भ्रम पैदा हो चूके है।

Q* (Q स्टार) को कुछ लोग इंसानियत के लिए खतरा बता रहे है तो कुछ इसे एक वरदान की तरह देख रहे है। ChatGpt जैसे मॉडल डाटा का जवाब उन तथ्यों के आधार पर देते है जो उसे बताये गए हैं, लेकिन AGI मॉडल तर्क और सोचने (इन्शान की तरह) और समझने की सलाहियत के तोर पर काम करेगा।

Q* (Q स्टार) की चुनौतियाँ और नैतिक चिंतन

क्वांटम संभावनाओं की सिम्फनी में, Q* AGI एक उम्दा तकनीक को उस्ताद के रूप में देखा जा सकता है , जो एक ऐसे भविष्य की योजना बना रहा है जहां मशीनें इंसानी दिमाग की तरह चुनोतियों को सोंच समझ कर अपना काम करती हैं। हालाँकि चुनौतियाँ प्रचुर हैं,  इन चुनोतियों को पार पाना भी कठिन काम होगा। नैतिकता को लेकर तकनीक का सही इस्तेमाल हो जैसे मेडिसिन शेत्र मे हो या डिफेन्स (सुरक्षा) के शेत्र मे ऐसे साहसी तकनीक को विकसित करना जरुरी भी है। जो भविष्य मे रोमांचकारी और परिवर्तनकारी दोनों है।

जैसे ही हम क्वांटम के उभार को देखते है आश्चर्य और चमत्कारों को भी महसूस करते है, उन जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक हों जो हमारी बेतहाशा कल्पनाओं से पुरे बुद्धिमत्ता की खोज के साथ आती हैं। क्वांटम भविष्य इंतजार कर रहा है, और Q* AGI हमारे मार्गदर्शक के रूप में खड़ा है, जो हमें एक नए युग की ओर ले जा रहा है। उम्मीद तो यही है भविश्य मे कुछ अछा होगा।

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